हेलो दोस्तों आज हम जानेगे के २०२१ में सोलर का प्राइस कितना होगा ,यह वाली पोस्ट में आप को पूरी जानकारी दी जाएगी ,सभ से पहले आपको यह पता होना चाहिए कि आप ने अपने घर जा दुकान जा फैक्ट्री के लिए किस टाइप का सिस्टम लगाना है |
क्योकि यह तीन टाइप के सोलर आजकल बज़ार में आपको मिलते है जिन का पूरा विवरण नीचे दिए गया है
1.On Grid solar system
2. Off-Grid Solar System
3. Hibrid Solar system
1 किलोवाट सोलर सिस्टम की रेट लिस्ट | ||
मॉडल | कीमत | कीमत प्रति वाट |
1. ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम | 45,000 रु | 45रु |
2. ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम | 72,000 रु | 72 रु |
3. हाइब्रिड सोलर सिस्टम | 90,000 रु | 90 रु
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ऑन-ग्रिड 1 किलोवाट सोलर सिस्टम:
इस सिस्टम को gridtie system के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह goverment electricity grid के जोड़ा जाता हैँ ।
1 किलोवाट सोलर सिस्टम एक दिन में तकरीबन ४ बिजली की यूनिट का उत्पादन करती है। इस सिस्टम पर सोलर नेट-मीटरिंग लागू है जिसका मतलब है की आप अतिरिक्त उत्पन्न बिजली को सरकार को निर्यात कर सकते है, और सरकार अगले बिजली बिल पर इसे एडजस्ट करेगी। इस सिस्टम पर भारत सरकार द्वारा 30% से 70% सब्सिडी भी उपलब्ध है।पर आज कल यह सब्सिडी किसी को नहीं मिल रही तकरीबन पिछले दो सालों से आजतक नहीं मिली ,
ON GRID की सबसे बड़ी कमी के जब ग्रिड से सप्लाई बंद हो जाती है तो आपके घर में लगा on grid भी बंद हो जाता है |
1 किलोवाट ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम की स्पेसिफिकेशन:
उपकरण | विवरण |
सोलर पावर प्लांट | 1 किलोवाट |
solar pannel 333x3 | 1000 watt |
333 watt per solar pannel | 3 piece |
grid tie inverter | 1 किलोवाट |
MC4 conector | 2 जोड़ी |
solarstand structure | 1 किलोवाट |
juction box | 1 पीस |
DC wire | 10 to 30 meter |
ac wire | 10 to 30 meter |
जगह की जरुरत | 100 square feet |
सोलर एक्सेसरीज | फास्टनर्स, केबल टाई, क्रिम्पिंग टूल, अर्थिंग किट, लाइटिंग एरेस्टर |
मूल्य: रु 45,000 (नवीनतम कीमत इंस्टालेशन के साथ)
वारंटी: पूर्ण सिस्टम के लिए 5 वर्ष और सोलर पैनलों के लिए 25 वर्ष
औसत जनरेशन: प्रति दिन 4 unit
Off Grid solar system
ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम वह है जिस के साथ बैटरी लगाई जाती है ,इस सिस्टम में सरकार की बिजली का कोई लें दें नहीं होता यह आप की अपनी बिजली है जो सोलर बना क्र आपको देता है ,जैसा के आप ऊपर पढ़ चुके हो कि जैसे ग्रिड से सप्लाई बंद हो जाती है तो on ग्रिड बंद हो जाता है ,पर off grid में ऐसा कुछ नहीं है क्योकि इस के साथ बैकअप के लिए बैटरी लगाई जाती है.जो कि सोलर चार्ज होने के बाद हमारे घर के लिए सप्लाई देती है एक किलोवाट के लिए 2 सोलर बैटरी चाहिए जो के c 10 टाइप में आप को मिलेगी जो इन्वर्टर है वह 2 टाइप का आता है एक pwm और दूसरा mppt चार्ज कंट्रोलर के साथ,mppt सोलर इन्वर्टर pwm के मुकाबले महंगा होता है
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